जो आया बजाकर चला गया
जो आया बजाकर चला गया
ना मेरी किसीने सोची ना भगवानकी,
ना मेरी किसीने सोची ना भगवानकी
‘ए अंधे भक्त, क्या तुम्हें तुम्हांरे अलावा कोई नही दिखता?’
पूच्छनेपर जवाब मिला
"घंटा"
जो आया बजाकर चला गया
जो आया बजाकर चला गया
खुदनेही बनाए हुए दर्द को मुझपर निकाल निकलगया,
खुदनेही बनाए हुए दर्द को मुझपर निकाल निकलगया
‘ए मायूस भक्त, क्या तेरेसे बडा और किसीका दुख नही?’
"घंटा"
जो आया बजाकर चला गया
जो आया बजाकर चला गया
अपने स्वार्थके लिए मुझे घाव दे गया,
अपने स्वार्थके लिए मुझे घाव दे गया
‘ए मतलबी भक्त, क्या अपने घाव मुझे परेशान किये बिना नही भर सकता?’
पूच्छनेपर जवाब मिला
"घंटा"
जो आया बजाकर चला गया
जो आया बजाकर चला गया
भगवान का जो हाल वही हैं मेरा
भगवान का जो हाल वही हैं मेरा
कभी कभी लगता हे अपुनीच भगवान हे
केहतेही गर्भगृहसे आवाज आई
"घंटा"
-karlegyaan, February 18, 2019
Brilliant!
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